0

देश में बढ़ रही अराजकता के विरुद्ध अपने लबों को कब खोलेंगे प्रधानमंत्री – अकमल बलरामपुरी

Share

बिजनोर में चलती ट्रेन में जिस तरह से एक मुस्लिम महिला के साथ रेलवे के सिपाही ने रेप की घटना को अंजाम दिया उसकी जितनी निंदा की जाए कम है ।खाकी वर्दी जिस पर हिंदुस्तान की जनता का विश्वास रहता है जो इस बात की गवाही देती है कि वो जनता के प्रति हमेशा वफादार रहेगा और हमेशा जनता की हिफाज़त करेगा ।उसी खाकी वर्दी ने एक विकलांग लड़की की आबरू लूट ली ।
कुछ दिनों से हमारे देश के जिस तरह हालात हैं वो बेहतर नही है ।जहां धर्म के नाम पर लोग एक दूसरे के खून के प्यासे हो रहे हैं तो वहीं आये दिन डकैती क़त्ल बलात्कार और मंदिर मस्जिद के झगड़ों से अखबार भरे पड़े रहते हैं । भक्त कहते हैं रामराज आ गया है ।समझ में नही आता कि क्या इसी को रामराज कहते हैं कि निहत्थों को मौत के घाट उतार दिया जाए और विकलांग के साथ बलात्कार हो ।
उत्तर प्रदेश के बिजनोर में जिस तरह से एक अपाहिज लड़की के साथ सिपाही ने ब्लात्कार किया चलती ट्रेन में उस से हर खाकी वर्दी वाले का सिर शर्म से झुक गया है।चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ जी बिल्कुल खामोश हैं ।पूरा उत्तर प्रदेश नफरत की आग में जल रहा है ।दलितों के साथ मार पीट की जा रही है ।गाय के नाम पर बेगुनाहों को मौत के घाट उतारा जा रहा है ।औरतों के साथ बलात्कार की घटनाएं रोज़ अखबारों में आ रही हैं मगर चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ जी खामोश हैं ।हमारे प्रधानमंत्री मोदी साहब तो भी चुप हैं।
जब बाहर के देशों में आत्मघाती हमले होते हैं तो हमारे प्रधान सेवक को बहुत अफसोस होता है और फोरन ट्विटर पर ट्वीट करते हैं मगर हमारे देश में बेगुनाह मासूम लोग मर रहे हैं और प्रधान सेवक बिल्कुल खामोश हैं ।उनकी खामोशी से दंगाइयों को भरपूर हिम्मत मिल रही है ।
नरेंद्र मोदी जी ने कहा था कि विकलांग को विकलांग ना कहो दिव्यांग कहो मगर कितनी शर्म की बात है कि आज उसी दिव्यांग महिला के साथ रेप की घटना हुई ।
में मुतालिबा करता हूँ अपने प्रधानमंत्री से की देश मे पनप रहे अराजकता ताक़तों के खिलाफ अपने लबों को खोलें वरना हालात बद से बदतर हो सकते हैं और हमारे देश की गंगा जमुनी तहज़ीब में दरार पड़ सकती है ।