पिछले कई दिनों से पद्मावती पर चल रही हलचल अब शांत हो सकती है. यह मूवी कई दिनों से अटकी हुई थी. अब सेंसर बोर्ड संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती को U/A सर्टिफिकेट देने पर विचार कर रहा है, साथ इस फिल्म के नाम को भी बदलने की सलाह दी है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो सेंसर बोर्ड ने फिल्म को 26 कट्स के साथ रिलीज किए जाने की मंजूरी दे दी है. साथ ही सेंसर बोर्ड ने फिल्म का नाम बदलकर ‘पद्मावत’ करने को कहा है. इसके अलावा घूमर गाने में भी बदलाव किए जाने को कहा गया है.
इसे लेकर सेंसर बोर्ड द्वारा गठित किए गए एक विशेष पैनल के सुझावों पर ऐसा किए जाने की बात कही जा रही है. इस पैनल में राजा अरविंद सिंह, उदयपुर, जयपुर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के.के. सिंह और डॉ. चंद्रमणि सिंह भी शामिल थे.
पूर्व cbfc चीफ पहलाज निहलानी ने कहा कि फिल्म को सीबीएफसी द्वारा साइडलाइन कर दिया गया. यह सेंसर बोर्ड की विश्वनीयता के उपर सवाल खड़ा करता है. कट्स की वजह से निर्माताओं को भारी नुकसान हुआ.
क्यों विवादों से घिरी है फिल्म?
कुछ संगठनों का आरोप है कि फिल्म में अलाउद्दीन खिलजी का महिमामंडन किया गया है. इसके साथ ही खिलजी और रानी पद्मावती के बीच ड्रीम सीक्वेंस फिल्माया गया है. इसके अलावा घूमर डांस में भी राजपूत समाज की गलत प्रस्तुति हुई। कहा जा रहा कि पुरुषों के सामने रानियां डांस नहीं करती थीं.
करनी सेना की प्रतिक्रिया
करणी सेना का कहना है कि वो फिल्म का विरोध जारी रखेगी. और हर सिनेमा हाल के बाहर इस फिल्म के प्रदर्शन को रोकने के लिए उसके समर्थक मौजूद रहेंगे.