0

रैली में हमारी कलेक्टर के साथ बदतमीजी की गई – प्रिया वर्मा

Share

भोपाल, 20 जनवरी 2020 (रोहित शिवहरे) – राजगढ़ जिले के ब्यावरा में 19 जनवरी को धारा 144 लगने के बावजूद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने नागरिकता संशोधन एक्ट के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली। जिसे रोकने पहुंचे जिला कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर का रैली कर रहे लोगों के साथ विवाद हो गया। इस दौरान महिला ज़िला कलेक्टर और महिला एसडीएम अधिकारीयों को पीटा गया बाल खींचे गये। जिसके बाद महिला अधिकारी ने भाजपा नेता को थप्पड़ जड़ दिया। महिला अधिकारी से अभद्रता के बाद भाजपा नेताओं पर हुई कार्यवाही के बाद भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने उक्त महिला अधिकाररियों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जहां महिला अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की तो वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा – महिला अधिकारीयों की बहादुरी पर हमें गर्व है। दोनों महिला अधिकारियों ने भाजपा नेताओं पर उनके कपड़े खींचने और उनसे बदतमीजी करने का आरोप लगाया है। इस घटना पर राजनीति शुरू हो गई है, सूबे के दो पूर्व मुख्यमंत्रीयो ने इस घटना पर बयानबाजी तेज कर दी है।

राजगढ़ की डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा ट्रिब्यून हिंदी से बातचीत मे कहतीं हैं

कि मैं सिर्फ यह कहना चाहती हूं कि मैं वहां सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रही थी। जो मेरी तरफ से कानून-व्यवस्था बेहतर हो सकता था। वह मेरे द्वारा किया जा रहा था। वहां मैंने सब को शांत करके बैठा भी दिया था, पर वहां एक व्यक्ति दौड़ता गाली देता हुआ भागा उसी के बाद भीड़ भी आक्रोशित हो गई। उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार किया और हमारे कपड़े खींचने लगे। रैली में शामिल लोग दूसरी महिला साथियों के भी कपड़े खींचे गए। रैली में हमारी कलेक्टर के साथ बदतमीजी की गई। इतना समझाने के बाद भी यह लोग दबंगई पर उतारू थे। तो जो भी वहां हुआ वह त्वरित कार्यवाही में हुआ।
जब आपसे कोई इतनी बदतमीजी की करता है। तो वह आप से नहीं सही जाती, हम तो बस अपनी ड्यूटी कर रहे थे, मेरी किसी से कोई पर्सनल दुश्मनी तो है नहीं, जो मैं जाकर किसी को थप्पड़ मारूंगी। अगर हमसे कोई बदतमीजी करेगा, तो हम किसी की बदतमीजी सहने के लिए वहा नही थे। हम लोग वहां मजिस्ट्रेट ड्यूटी में थे। जवाबी कार्यवाही में हम लोगों ने लगभग 500 लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करा दी हैं।
इस घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राजगढ़ की इस घटना पर स्तब्ध हूं। हाथों में तिरंगा झंडा लिए भारत माता की जय और वंदेमातरम के नारे लगाते हुए लोगों के साथ ऐसी बर्बरता की जाएगी उसकी मैंने कल्पना नहीं की थी। मध्यप्रदेश में यह क्या हो रहा है? राजगढ़ का यह कृत्य कांग्रेस सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा! इसके खिलाफ हम एक विशाल जनांदोलन खड़ा करेंगे! हम कलेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायेंगे और अगर एफआईआर दर्ज नहीं की गई, तो कोर्ट भी जायेंगे! मैं किसी भी कीमत पर इस तरह की घटना बर्दाश्त नहीं कर सकता। मैं 22 जनवरी को राजगढ़ आकर वहाँ के निरपराध लोगों के साथ प्रशासन द्वारा की गई बर्बरता के खिलाफ प्रदर्शन करूंगा।
वहीं कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अधिकारियों का समर्थन करते हुए कहा ‘मप्र के राजगढ़ में भाजपा की गुण्डा गर्दी सामने आ गयी है। महिला ज़िला कलेक्टर और महिला एसडीएम अधिकारीयों को पीटा गया बाल खींचे गये। महिला अधिकारीयों की बहादुरी पर हमें गर्व है।