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53 में भी 35 जैसे हैं "आमिर खान"

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बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान 14 मार्च को अपना 53वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. आमिर खान ने अपने बॉलीवुड करियर में एक से बढ़कर एक फिल्में दी. आमिर ख़ान अपने हर किरदार के लिए खूब मेहनत करते हैं.इसलिए उन्हें मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है.
आमिर खान का जन्म मुंबई, भारत में एक ऐसे मुस्लिम परिवार में हुआ था जो भारतीय मोशन पिक्चर में दशकों से सक्रीय थे. उनके पिता, ताहिर हुसैन एक फ़िल्म निर्माता थे जबकि उनके दिवंगत चाचा, नासिर हुसैन, एक फ़िल्म निर्माता के साथ-साथ एक निर्देशक भी थे.
बतौर बाल कलाकार आमिर खान ने अपने चाचा नासिर हुसैन की फ़िल्म यादों की बारात (1973) में काम किया था.इस फ़िल्म के ग्यारह साल बाद आमिर का करियर फ़िल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने चचेरे भाई मंसूर खान के साथ फ़िल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए अपनी पहली व्यवसायिक सफलता मिली.इस फ़िल्म के लिए आमिर को सर्वश्रेष्ठ नवोदित पुरूष कलाकार के लिए फ़िल्मफेयर पुरस्कार भी मिला.इस फ़िल्म के बाद आमिर ने कभी पीछे मुड़कर नही देखा.
आमिर ने अपने अपने फिल्मी कैरियर में दिल, दिल है कि मानता नहीं, जो जीता वही सिकंदर, अंदाज अपना अपना, रंगीला, राजा हिंदुस्तानी, गुलाम, सरफरोश, लगान, दिल चाहता है, रंग दे बसंती, फना, तारे जमीं पर, गजिनी, 3 इडियट्स, धूम 3, पीके,दंगल,सीक्रेट सुपरस्टार जैसी एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं.
आमिर खान शायद ही किसी भारतीय पुरस्कार समारोह में जाते हैं और कहते है कि उन्हें इस तरह चुनाव जीतने के तरीके पर भरोसा नहीं है.आमिर खान को राजा हिन्दुस्तानी (1996), के लिए पहला फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार मिला.उन्हें बाद में फिल्मफेयर कार्यक्रम में दूसरा सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार लगान(2001) के लिए मिला.यह फ़िल्म भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भी भेजी गई थी.2007 में फ़िल्म तारे ज़मीन पर के लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ निर्देशक पुरस्कार दिया गया.
2007 में ही आमिर को लन्दन में मैडम तुसाद का मोम का पुतला बनने के लिये बुलाया गया था.लेकिन आमिर ने यह कह कर मना कर दिया कि मेरे लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है, यदि लोग मुझे देखना चाहते है तो मेरी फ़िल्म देखें.साथ ही मैं इतनी सारी चीजें नहीं कर सकता. मेरे पास इतनी ही ताकत है.
कई कॉमर्शियल सफल फ़िल्मों का अंग होने के कारण और अपने हर किरदार के लिए समर्पित अभिनय करने के कारण, वे हिन्दी सिनेमा के एक प्रमुख अभिनेता बन गए हैं.उनकी फिल्में न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी जमकर पैसा कमातीं हैं.