8 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने प्रेस कांफ्रेन्स कर बताया है कि रिपब्लिक टीवी फर्जीवाड़ा कर टीआरपी में आगे निकल रहा था। रिपब्लिक पैसा देकर टीआरपी को मैन्युपुलेट करने का काम कर रहे था, पुलिस के अनुसार लोगों को अपने घरों में किसी विशेष चैनल को अपने टीवी पर लगाने के लिए क़रीब 400-500 रुपए हर महीने दिए जाते थे।
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