Share

अफगानिस्तान की घटना का भारत के नेताओं पर असर हुआ है।

by Ankit Swetav · August 20, 2021

तालिबान ने अफगानिस्तान पर 15 अगस्त 2021 को अपनी हुकूमत जमा दी। तालिबानी आतंकवादियों ने जबरन अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर अपना हक जमा दिया। इन आतंकियों से अपनी जान बचाने के लिए राष्ट्रपति अशरफ गनी तो देश से पलायन कर गए, मगर अपने देश के लोगों की सुरक्षा को ताक पर रख गए।

तालिबानियों से खुद को बचाने के लिए लोग काबुल समेत पूरे देश से भागने के लिए मजबूर हैं। काबुल एयरपोर्ट से आई दर्दनाक तस्वीरों में देखा गया कि कैसे लोग यूएस के आर्मी मालवाहक विमान के चक्के पर हजारों की संख्या में लटककर जाते नजर आ रहे हैं।

आगे जब विमान ने उड़ान भरी तो कई लोग वहां से सीधा नीचे गिर गए। इन घटनाओं के बाद भारत में राजनीति काफी तेज हो गई है। नेताओं के द्वारा बयानबाजी का खेल शुरू हो गया हैं।

अफगानिस्तान – तालिबान मुद्दे पर भारत में बयानबाजी तेज

भारतीय राजनीतिक पार्टियां किसी भी मुद्दे पर विवादित बयानबाजी करने से पीछे नहीं रहती हैं। पक्ष – विपक्ष के नेता एक दूसरे के पीछे Tom and Jerry की तरह पढ़ जाते है। कोई एक विपक्ष का नेता बयान देता है, फिर उसे justify करने के लिए रूलिंग पार्टी के नेता का बयान आता है। उसके बाद सभी उस बयान को लेकर तर्क – वितर्क शुरू कर देते है।

तालिबान ने अपना देश आज़ाद कराया है – डॉ. शफीकुर रहमान बर्क

अफ़गानिस्तान – तालिबान मुद्दे पर विवादित बयानबाजी के जटिल खेल की शुरुआत यूपी समाजवादी पार्टी से सांसद शफीकुर रहमान बर्क से हुई। उन्होंने पूरे मुद्दे पर बयान देते हुए कहा, “अफगानिस्तान – तालिबान की स्थिति ठीक अंग्रेज और भारत के बीच की स्थिति जैसी है।

जिस प्रकार हिंदुस्तानियों ने देश को अंग्रेजों से आज़ाद कराया था, उसी प्रकार तालिबान ने भी अफगानिस्तान को आज़ादी दिलवाई है।”

र्क जी द्वारा दिए गए इस विवादित बयान ने तूल पकड़ लिया है। उनके खिलाफ राज द्रोह का केस दर्ज किया गया है।

जिन्हें भारत में जान का खतरा है, वो अफगानिस्तान चले जाए – हरिभूषण ठाकुर

मधुबनी, बिहार से भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बजौल ने बर्क जी के बयान आने के बाद उनपर पलट वार करते हुए बयान दिया। उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान के मौजूदा हालात से भारत पर कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। लेकिन जिसे यहां डर लग रहा है रहने से, वह अफगानिस्तान चले जाए। वहां तो पेट्रोल – डीजल भी सस्ता मिलता है।”

सभी धर्म के लोगों को अफगानिस्तान से भारत लाया जाए – गुलाम रसूल बलियावी

जेडीयू के नेता गुलाम रसूल बलियावी ने पूरे मुद्दे पर बयान दिया था कि, “अफगानिस्तान में फसें सभी भारतीय को लाया जाना चाहिए। इसमें धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए। सभी धर्म के लोगों को भारत लाया जाए, यह उनके जीने – मरने का सवाल है।”

हरिभूषण ने दिया कड़वा जवाब

गुलाम रसूल बलियावी के इस बयान पर हरिभूषण ठाकुर ने कड़वा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “देश धर्म के नाम पर बंट गया है, ये लोग एक बार फिर बांटना चाहते है। अगर भारतवासी नहीं संभले तो हमारे देश को भी अफगानिस्तान बनने में अधिक समय नहीं लगेगा। अंतराष्ट्रीय मुद्दे पर यहां के नेताओं का इस तरह के विवादित बयानबाजी का खेल कितना लंबा चलेगा, कोई नहीं जानता ।

You may also like