किसानों के मन की बात भी तो सुनिये, सरकार ?
यूं ही हमेशा उलझती रही है, ज़ुल्म से खल्क, न उनकी रस्म नयी है, न अपनी रीत नयी, यू ही...
November 28, 2020
यूं ही हमेशा उलझती रही है, ज़ुल्म से खल्क, न उनकी रस्म नयी है, न अपनी रीत नयी, यू ही...
2014 में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के प्रबल झंझावात के बल पर भाजपा/ एनडीए की सरकार बनी थी। उम्मीदे भी थी,...