क्या आपको ये हत्याएं एक जैसी नज़र नहीं आती
मता-ए-लौह-ओ कलम छिन गई तो क्या गम है कि खून ए दिल में डूबो ली हैं उंगलियां मैंने RIP Freedom...
September 8, 2017
मता-ए-लौह-ओ कलम छिन गई तो क्या गम है कि खून ए दिल में डूबो ली हैं उंगलियां मैंने RIP Freedom...