डरता हूँ कि कहीं इस डर से लोग सच बोलना न बंद कर दें
एक साया सा फ़ैल गया है हर सिम्त दिल के भीतर / और वहीं बैठ गया है चुपचाप आजकल एक...
June 29, 2017
एक साया सा फ़ैल गया है हर सिम्त दिल के भीतर / और वहीं बैठ गया है चुपचाप आजकल एक...
ख़ामोशी तो अब तोड़नी पड़ेगी… क्योंकि इंसानियत अब मर चुकी है… कहाँ हैं फेसबुक पर नफ़रतों से भरे मुल्ला और...