‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’ – बेटी की कलम से पिता की आत्मकथा
‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’, इस किताब से मेरा भी याराना है, चंद महीनों का ही सही लेकिन अब...
January 3, 2020
‘प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा’, इस किताब से मेरा भी याराना है, चंद महीनों का ही सही लेकिन अब...
पाकिस्तान, भारत और बांग्लादेश, एक ही वतन और एक ही बदन के दो हिस्से थे, अब तीन हैं। 1947 का...
यह लेख वरिष्ठ पत्रकार रविश कुमार की फ़ेसबुक वाल से लिया गया है आई टी सेल वाले कोटा पर लिखा...