उन्होंने कहाकि आपका यह आचरण उचित नहीं है. जो आप कर रहे हैं वह देश के लिए, लोकतंत्र के लिए और सदन के लिए अच्छा नहीं है. यह संसद है और जो आप कर रहे हैं वह पूरा देश देख रहा है. यह सही तरीका नहीं है. इस सदन में कुछ नहीं हुआ. बयान यहां नहीं दिया गया. इसलिए कोई माफी मांगने नहीं जा रहा.
उपसभापति एम. वेंकैया नायडू ने विपक्ष और सरकार से इस मामले का मिल-बैठकर हल निकालने की अपील की. लेकिन अभी तक सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कोई समाधान नहीं निकल पाया है.
गुजरात चुनाव खत्म हो गया, पर उसकी खनक आज लोकसभा और राज्यसभा दोनों में देखने को मिली.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित टिप्पणी को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद दोनों सदन की कार्यवाही को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
2 बजे कार्रवाई शुरू होते ही फिर हंगामा होने लगा जिसके बाद सभापति ने पूरे दिन के लिए कार्रवाई स्थगित कर दी. कांग्रेस सदस्य पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ कथित टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री से माफी की मांग कर रहे थे. इस दौरान कांग्रेस सदस्यों ने संसद में डॉ साहब से माफी मांगों के नारे लगाए. सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी बात रखना चाहते थे, लेकिन अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसकी अनुमति नहीं दी.
उधर राज्यसभा में सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आवश्यक दस्तावेज पटल पर रखवाए. इसके बाद उन्होंने जैसे ही शून्यकाल शुरू करने को कहा, कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, रिपुन बोरा और रजनी पाटिल समेत कुछ सदस्यों ने कहा कि उन्होंने कामकाज स्थगित करने के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया है. इन सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ की गई कथित टिप्पणी का मुद्दा उठाया और कहा कि प्रधानमंत्री को सदन में आकर माफी मांगनी चाहिए.
कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं चला और शून्यकाल में भी 20 मिनट ही कार्यवाही चल सकी. इस दौरान अध्यक्ष ने सभा पटल पर आवश्यक कागजात रखवाए.