बीएसएफ ने जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में गुरुवार की सुबह सीमा पर पाक गोलीबारी में एक जवान के शहीद होने के बाद बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ है. खबर है कि तीन पाक रेंजरों की मौत हुई है और दो चौकियों को तबाह कर दिया गया है.
- सीमा सुरक्षा बल (BSF) के डीजी ने अपने बयान में कहा है कि हम पहले से बेहतर तैयार हैं और पाकिस्तान को हमारे जवाब ने अच्छा-खासा नुकसाम पहुंचाया है.
- डीजी ने माना कि हालात तनावपूर्ण हैं लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं.
- बीएसएफ के डीजी केके शर्मा ने कहा कि, हमने सीमापार हो रही गतिविधियों पर नजर रखी है और सीजफायर उल्लंघन की स्थिति में हमेशा तैयार हैं.
- पाकिस्तान के तीन रेंजर्स जवाबी कार्रवाई में ढेर हुए हैं और उन्हें नुकसान पहुंचा है.
- गुरुवार सुबह हुई फायरिंग को लेकर उन्होंने कहा, “जिस जगह पर फायरिंग शुरू हुई उसके पास ही एक झरना भी है, संभवत है कि वहां से घुसपैठ की कोशिश की जाती है. हमारे जवानों ने सुनिश्चित किया कि ऐसा कुछ न हो.”
डीजी के इस बयान का मतलब निकाला जा सकता है कि सुबह सीमा पर हुई फायरिंग ध्यान भटकाने के लिए की गई थी, जिससे मौके का फायदा उठाकर घुसपैठ की जा सके.
उन्होंने कहा, “बीएसएफ कभी शुरुआत नहीं करती, लेकिन अगर हमला हो तो जवाब देना हमें आता है. हेड कॉन्स्टेबल ए सुरेश का बलिदान बेकार नहीं जाने देंगे.”
ज्ञात रहे, बीएसएफ के शहीद की पहचान 78 बटालियन के हेड कांस्टेबल सुरेश कुमार व घायल नागरिक की पहचान साई दास निवास कपूरपुर, आरएसपुरा के रूप में हुई है. पाकिस्तान ने रात करीब साढ़े दस बजे आरएस पुरा सेक्टर में भारत की छह पोस्टों पर मोर्टार दागने शुरू कर दिए. पाकिस्तान ने जिन चौकियों को निशाना बनाया वे रिहायशी इलाकों के साथ सटी हैं, उनमें निक्कोवाल, सतोवाली, बाकरपुर, घराना, सुचेतगढ़, अब्दुल्लियां और कोरोटाना शामिल हैं.