विचार स्तम्भ

नज़रिया – हज़रतगंज चौराहा, मुग़लसराय, औरंगजेब रोड का नाम ही क्यों बदला गया?

एक दिन सियासत तुम्हारा नाम निसार से बदलकर नरेश कर देगी और तुम बस लोकतंत्र को बचाते रहना। नाम बदलना...

September 9, 2018

नज़रिया – ये नाम बदलने वाली राजनीति दकियानूसी और सांप्रदायिक कुंठा का प्रतीक है

सावरकर ने अंग्रेज़ों को माफीनामा लिखा, आपने उन्हें ‘वीर’ माना और सावरकर के नाम के साथ वीर सावरकर लिख दिया,...

September 9, 2018