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बिलासपुर: भारतमाला परियोजना में नाम आने के बाद निलंबित पटवारी ने की आत्महत्या

by Team TH · June 27, 2025

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िले में भारतमाला परियोजना से जुड़े कथित ज़मीन घोटाले में नाम सामने आने के कुछ ही दिनों बाद, एक निलंबित पटवारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।

मृतक की पहचान तखतपुर क्षेत्र के पटवारी सुरेश कुमार मिश्रा के रूप में हुई है। उन्होंने अपने परिवार के फार्महाउस में फांसी लगाकर जान दी। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने खुद को निर्दोष बताया है।

एफआईआर के बाद तनाव

24 जून को ज़िला प्रशासन ने ग्राम ढेंका में भूमि अधिग्रहण से जुड़े मामले में तत्कालीन तहसीलदार डी.के. उइके और पटवारी सुरेश मिश्रा के खिलाफ तोरवा थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी।

एफआईआर में भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467, 468, 471 (जालसाजी और फर्जी दस्तावेज़ों का इस्तेमाल) समेत अन्य धाराएं शामिल की गई थीं।

सुसाइड नोट में क्या लिखा?

पुलिस के अनुसार, मिश्रा ने अपनी बहन सरस्वती दुबे के फार्महाउस में आत्महत्या की। सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और उन्होंने कोई गलती नहीं की है।

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और सकरी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बताया जा रहा है कि सुरेश मिश्रा सिर्फ दो दिन बाद यानी 29 जून को सेवानिवृत्त होने वाले थे

भारतमाला परियोजना में क्या है विवाद?

भारत सरकार की महत्वाकांक्षी ‘भारतमाला परियोजना’ के तहत बिलासपुर–उरगा राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-130A) के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा था।

जांच में सामने आया कि मुआवज़े के नाम पर कई फर्जी दस्तावेज़ तैयार किए गए। खसरा नंबरों में हेराफेरी करके ऐसे लोगों को मुआवज़ा दिलाया गया जिनका ज़मीन से कोई लेना-देना नहीं था।

इस प्रक्रिया में कथित तौर पर तहसीलदार और पटवारी की मिलीभगत सामने आई है। इससे सरकार को लाखों रुपये की आर्थिक हानि हुई और कई असली ज़मीन मालिक मुआवज़े से वंचित रह गए।

जांच जारी

प्रशासन का कहना है कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। पुलिस आत्महत्या की वजहों और सुसाइड नोट की जांच कर रही है, जबकि ज़िला प्रशासन भ्रष्टाचार के आरोपों की पुष्टि के लिए दस्तावेज़ों की पड़ताल कर रहा है।

मुख्य बिंदु:

24 जून को FIR दर्ज, पटवारी और तहसीलदार पर जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोप।

27 जून को आत्महत्या, पटवारी ने सुसाइड नोट में खुद को बताया निर्दोष।

भारतमाला प्रोजेक्ट में फर्जी मुआवज़ा, दस्तावेजों में गड़बड़ी से लाखों का नुकसान।

जांच जारी, दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद।

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