ब्रांडेड आईटम की लत में कहीं आप बेवकूफ़ तो नहीं बन रहे ?
महंगे सस्ते की हमारी साइकोलॉजी को कम्पनियां और ब्रांड्स बख़ूबी समझते हैं, पता नहीं क्यों हमें लगता है कि जो...
May 20, 2018
महंगे सस्ते की हमारी साइकोलॉजी को कम्पनियां और ब्रांड्स बख़ूबी समझते हैं, पता नहीं क्यों हमें लगता है कि जो...
“घुटनों में बहुत दर्द है चलना फिरना दुश्वार है।” यह वाक्य पढ़ते ही पहले एक पचपन पार प्रौढ़ा की छवि...
यह कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी कि हम लैंगिकतावादी समाज का हिस्सा हैं जहाँ बोये बेटे ही जाते हैं बेटियां...