जो आज साहिबे मसनद हैं, कल नहीं होंगे
कुछ भी स्थायी नहीं है ! आज के युग के युवा ये चीज़ भूल चुके हैं और शायद यही गलती...
December 21, 2017
कुछ भी स्थायी नहीं है ! आज के युग के युवा ये चीज़ भूल चुके हैं और शायद यही गलती...
बहुत दिनों बाद कुछ लिखा है, आज 17 तारीख है और परसो है दीपावली और हमारी भाषा में दीवाली,जबसे बारहवीं...
एक किसान बस किसान होता है,जब उसे मुनाफा हो तब भी किसान होता है और जब उसकी फसल बर्बाद हो...