वायुसेना के अधिकारी को बलात्कार के आरोप में किया गया गिरफ्तार

Share
Nidhi Arya

महिला अधिकारी के द्वारा कथित तौर पर दो सप्ताह पहले अपने साथ हुए रेप की शिकायत भारतीय वायु सेना के अधिकारियों के पास दर्ज करवाई थी। लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं होने पर महिला ने कोयंबटूर पुलिस थाने में अपने साथ हुए यौन शोषण की रिपोर्ट दर्ज कराई।

कोयंबटूर के रेडफिल्डस में इंडियन एयरफोर्स कॉलेज में एक फ्लाइट लेफ्टिनेंट को एक अधिकारी के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी अधिकारी को आईपीसी की धारा 376 के तहत सुरक्षित रखा गया था और गिरफ्तार अधिकारी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

फिलहाल आरोपी उदुमलपेट जेल में बंद है। कोयंबटूर पुलिस के मुताबिक अभी जांच चल रही है और आगे कार्यवाही भी अधिकार क्षेत्र के मुद्दे पर चर्चा करने के बाद ही की जाएगी।

PTI 

कोयंबटूर एयरफोर्स एडमिनिस्ट्रेटिव कॉलेज में महिला IAF अधिकारी का 2 सप्ताह पहले कथित रूप से बलात्कार किया गया था। 29 साल की महिला अधिकारी कॉलेज परिसर में रहकर खेल का अभ्यास कर रही थी। इस खेल का अभ्यास, पिछले महीने से ही 30 अधिकारियों ने यह प्रशिक्षण शुरू किया था। जिसमें यह महिला भी शामिल थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक महिला को 10 सितंबर को खेल के दौरान चोट लग गई थी।

जिसके बाद उसने सोने से पहले दवाई ली थी। हालांकि जब शिकायतकर्ता को होश आया तो उसने महसूस किया कि उसका यौन उत्पीड़न किया गया है। उन्होंने अपने साथ हुए नींद में कथित तौर पर रेप की शिकायत भारतीय वायु सेना के अधिकारियों के पास दर्ज कराई थी।

लेकिन उनके द्वारा कुछ भी कार्यवाही ना की जाने पर उन्होंने इसकी शिकायत कोयंबटूर पुलिस में  दर्ज कराई, जिसमें शिकायतकर्ता ने कथित तौर पर कहा कि मैं भारतीय वायु सेना के अधिकारियों द्वारा की गई जांच से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूं। इसलिए उन्हें पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाना पड़ा।

उनके द्वारा कोयंबटूर के पुलिस आयुक्त से शिकायत की जाने के बाद तुरंत यह मामला गांधीपुरम में अखिल महिला पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है, साथ ही जांच के कड़े निर्देश दिए गये हैं।

जांच के बाद, छत्तीसगढ़ के फ्लाइट लेफ्टिनेंट अमितेश को एक न्यायधीश के घर पर लेकर गये, जहां उन्हें आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया। आरोपी अमितेश के वकील ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कोयंबटूर पुलिस के पास वायु सेना के 1 जवान के खिलाफ जांच करने का अधिकार नहीं है। इस मामले को रक्षा अदालत में किया जाना चाहिए। पुलिस ने अभी तक इस पर कुछ भी बयान नहीं दिया है। इस मामले को लेकर अभी तक जांच चल रही है।