कहने को तो मध्यप्रदेश देश का दिल माना जाता है, गवर्नेंस के मामले में पिछड़ा ही नजर आता है. भ्रष्टाचार हो या अब अपराधिक मामलें. मध्यप्रदेश अव्वल ही रहता है. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लाड़ली लक्ष्मी और मुख्यमंत्री कन्यादान जैसी योजनाएं भी काफी चर्चा में रहती है. NCRB ने आंकड़े जारी किये है, जिसमें महिलाओं के दुष्कर्म के मामलों में एमपी अव्वल है.
क्या कहते है आंकड़ें
राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने आंकड़े जारी किए हैं, जिनके मुताबिक मध्य प्रदेश दुष्कर्म के मामले में नंबर वन है. मध्यप्रदेश में 2016 में 4882 दुष्कर्म के मामले दर्ज किए गए हैं. उत्तर प्रदेश 4816 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है.
2015 की रिपोर्ट में भी मध्यप्रदेश था नंबर 1
2015 की एनसीआरबी रिपोर्ट में भी मध्यप्रदेश टॉप पर रहा था. . रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में प्रदेश के अंदर बलात्कार के 4391 मामले दर्ज किए गए थे. बलात्कार के 4882 मामलों में से 4789 मामलों में बलात्कारी पीड़ित का जानने वाला रहा है.
सिंधिया और कमलनाथा का ट्वीट हमला
कांग्रेस नेता सिंधिया और कमलनाथ ने ट्वीट कर सरकार को घेरा.
https://twitter.com/JM_Scindia/status/936204964702986240
बीजेपी का बेहूदा तर्क
एनसीआरबी के आंकड़ों पर एमपी मंत्री विश्वास सारंग ने तर्क दिया है कि मध्यप्रदेश में एफआईआर दर्ज की जाती है, इसलिए आंकड़े बढ़ते हैं. एनसीआरबी के आंकड़ों को लेकर विश्वास सारंग ने कांग्रेस सरकार को ही कटघरे .
न खड़ा किया.
सारंग ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में एफआईआर दर्ज नहीं होती थी. लोगों को थाने से भगा दिया जाता था. हमारी सरकार में एफआईआर लिखती जाती है.