20 मई 2019 – देश में 2019 के लोकसभा चुनाव की वोटिंग समाप्त होने के बाद एग्ज़िट पोल का सिलसिला चला और एग्ज़िट पोल में भाजपा को एकतरफ़ा जीतता दिखाया गया. एग्ज़िट पोल आने के आंकड़े आने के बाद चुनावी पंडितों ने सर्वे एजेंसियों के दावों पर कई खामियां निकाली हैं. इसी बीच जगह – जगह से ईवीएम भरी गाड़ियाँ पकड़े जाने की ख़बरें आ रही हैं.
हरियाणा, बिहार की सारण सीट के बाद ताज़ा मामला उत्तरप्रदेश की गाजीपुर सीट का है. गाज़ीपुर में ईवीएम से भरा एक ट्रक महागठबंधन के कार्यकर्ताओं के द्वारा पकड़ा गया है. ट्रक के पकड़े जाने के बाद पूर्व सांसद और वर्तमान में गाजीपुर से बसपा के प्रत्याशी अफ़ज़ाल अंसारी मौके पर पहुंचकर धरने पर बैठ गये हैं.
उत्तरप्रदेश के गाज़ीपुर में धरने पर बैठे अफ़ज़ाल अंसारी
जैसे ही गाजीपुर के जंगीपुर में रखी गयी ईवीएम को बदले जाने की लिए ईवीएम पहुचीं, और गाडी पकड़े जाने के बाद बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी अफ़ज़ाल अन्सारी मौके पर पहुंचें, जिसके बाद पुलिस अधिकारी गठबंधन के प्रत्याशी को अंदर नही जाने दे रहे थे. जिसकी वजह से अफ़ज़ाल अंसारी और पुलिस के बीच काफी देर अंदर निगरानी करने को लेकर बहस हुई, जिसके अफजाल अंसारी अपने समर्थको के साथ धरने पर बैठ गए.
आरजेडी का दावा, सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम से लदी गाड़ियाँ पकड़ी
अगला मामला बिहार की सारण लोकसभा सीट का है, सारण लोकसभा वह सीट है जहाँ से लालू प्रसाद यादव चुनाव लड़ा करते थे. फ़िलहाल वहां पर भी कांग्रेस और आर.जे.डी. कार्यकर्ताओं ने ईवीएम से भरी गाड़ी पकड़ी है, जो स्ट्रांग रूम के आसपास मंडरा रही थी. राष्ट्रीय जनता दल ने अपने ट्वीटर हैंडल में गाड़ी की तस्वीर पोस्ट करके यह दावा किया है.
यूपी के चंदौली में भी पकड़ाई गाड़ियाँ
द क्विंट ने हिंदुस्तान के हवाले से बताया है, कि चंदौली में भी ईवीएम से लदी गाड़ियाँ पकड़े जाने का मामला सामने आया है. जब गाड़ियों को गठबंधन और कांग्रेस के कार्यकर्ताओ ने पकड़ा और विवाद बढ़ा तो जिला निर्वाचन अधिकारी नवनीत सिंह चहल समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और नेताओं को समझाने की कोशिश की. जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान के लिए सकलडीहा तहसील पर 35 अतिरिक्त ईवीएम रखी गई थी. रविवार को ये ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम नहीं लाई जा सकी थीं. इसलिए सोमवार को ये ईवीएम सकलडीहा से स्ट्रॉन्ग रूम लाई गई थीं.
लोकसभा चुनाव के लिए 7 चरणों की वोटिंग पूरी हो जाने के बाद ईवीएम की सुरक्षा को लेकर सभी दल सक्रीय हो गए हैं. हर कोई ईवीएम में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी से न हो इस फ़िराक में है. इस बीच इस तरह की ख़बरों का आना बेहद ही चिंताजनक है.