0

उपचुनावों में हुए कम मतदान के क्या हैं संकेत ?

Share

यूपी की दो बहुत ही अहम सीटों पर हुए उपचुनावों उम्मीद से बहुत कम वोटिंग हुई है. वोटिंग कम होने से सभी प्रत्याशियों की धडकनें तेज़ हो गई हैं. उत्तर प्रदेश की गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए रविवार को मतदान हुए. गोरखपुर में 47.45 फीसदी और फूलपुर में 37.40 फीसदी लोगों ने अपने मतदान का इस्तेमाल किया. निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक मतदान सुबह सात बजे शुरू होकर शाम पांच बजे तक चला और शांतिपूर्वक संपन्न हो गया.
कार्यालय से संबद्ध एक अधिकारी ने बताया कि कुछ बूथों पर ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) के खराब होने की शिकायतें आयीं. तत्काल मशीनों को बदल दिया गया. इस बार मतदाताओं में उत्साह की कमी नजर आयी, जिसकी वजह से कम लोगों ने मतदान किया.
ज्ञात हो कि गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर सीट से उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सांसद थे. दोनों ने पिछले साल इस्तीफा दे दिया था. इसके चलते दोनों सीटों पर उपचुनाव कराए गए हैं.इस उपचुनाव में बीजेपी के दोनों दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
भाजपा ने गोरखपुर से उपेन्द्र दत्त शुक्ला को तथा फूलपुर सीट से कौशलेन्द्र सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है. सपा ने गोरखपुर से प्रवीण निषाद तथा फूलपुर से नागेन्द्र सिंह पटेल को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने गोरखपुर से सुरहिता करीम तथा फूलपुर से मनीष मिश्र को टिकट दिया है. बसपा ने उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं खड़े किए हैं.
गोरखपुर में मतदान के बाद  योगी ने कहा कि बीजेपी को जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है. सपा-बसपा को आडे़ हाथ लेते हुए योगी ने कहा कि ये पार्टियां नकारात्मक राजनीति कर रही हैं. ये मोल-तोल की राजनीति कर रही हैं और अवसरवादिता की राजनीति में लिप्त हैं.

Exit mobile version