इतिहास के पन्नो से

Asad Shaikh
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ऐसे बनीं थी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी

  • October 22, 2021

आइए आज थोड़ा इतिहास का ज़िक्र करते है,जब ब्रिटिश हुकूमत उरूज पर थी,उनकी मर्ज़ी के बिना पत्ता भी नही हिलता था,पूर्व से लेकर पश्चिम तक और...

Asad Shaikh
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जामा मस्जिद का ये इतिहास जानते हैं आप ?

  • October 15, 2021

हिंदुस्तान की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक, जिसे शाहजहां ने बड़ी शिद्दत और दिलखुशी से बनवाया था। इस मस्जिद को अब देखता हूँ तो ये...

Sushma Tomar
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महात्मा गांधी से एक मुलाकात में “गांधीवादी” हो गए थे चार्ली चैप्लिन।

  • October 3, 2021

2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचंद गांधी केवल एक व्यक्तित्व नहीं है।वो एक सोच हैं जो तब तक जिंदा रहेगी जब...

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‘चरखे से आजादी नहीं मिली’ कहने वाले, यह जरूर पढ़ लें

  • October 2, 2021

बीसवीं सदी के इतिहास पर जब भी चर्चा छिड़ेगी, महात्मा गांधी की स्थिति उस कालखंड की सबसे महत्वपूर्ण शख्सियत के रूप में मानी जायेगी। उनका योगदान...

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असेम्बली में बम धमाका नहीं बल्कि इसलिए मिली थी भगत सिंह को फांसी

  • September 28, 2021

वर्ष 1907 था। जब पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा गांव (वर्तमान पाकिस्तान) में शाहिद ए आज़म भगत सिंह का जन्म हुआ। भगत, पिता किशन सिंह...

Sushma Tomar
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वो भारतीय नेता , जो पाकिस्तान की संविधान सभा में सदस्य रहा ।

  • September 27, 2021

आज के दिन भारत या विश्व मे कहीं न कहीं कोई ऐतिहासिक घटना ज़रूर घटी होगी। चाहे फिर वो इतिहास में लड़ी गयी लड़ाई हो या...

Nidhi Arya
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भारत को पहला ध्वज देने वाली महिला क्रांतिकारी

  • September 24, 2021

भारत की आजादी की लड़ाई में अनेक वीर और वीरांगनाओं ने अविस्मरणीय योगदान दिया है। भारत को आजादी दिलाने में महिलाओं ने भी पुरुषों के बराबर...

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मिल मज़दूरों के लिए इस मांग के साथ डंट गए थे महात्मा गांधी

  • September 23, 2021

एक अमीर मिल मालिक का बेटा अपने दोस्त को, मजदूरों के बीच लीडर बनाकर बिठा देता है। दोस्त मजदूरों की बस्ती में रहता है। जब मजदूरों...

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20 सितंबर,1857 जब अंग्रेजों ने बाग़ियों को हराकर दिल्ली पर क़ब्ज़ा कर लिया।

  • September 20, 2021

हिंदुस्तानियों की मिली हार के बाद शहंशाह बहादुर शाह ज़फ़र ने अपना क़िला छोड़कर उस समय दिल्ली शहर के बाहर हज़रत निज़ामुद्दीन औलिया की सराय के...

Sushma Tomar
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दक्षिण भारत में हिंदी विरोधी आंदोलन की अगुवाई करने वाली पार्टीः DMK

  • September 17, 2021

द्रविण मुनेत्र कसगम (DMK) दक्षिण भारत मे एक प्रमुख राजनीतिक दल के तौर पर जानी जाती है। इसका गठन 17 सितंबर 1949 में “जस्टिस पार्टी” और...