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एयरफोर्स का ग्रुप कैप्टन पाकिस्तान की जासूसी में गिरफ्तार

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पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने व उसको गोपनीय दस्तावेज उपलब्ध कराने के आरोप में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एयरफोर्स के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को राजधानी दिल्ली से गिरफ्तार किया है. अरुण मारवाह को ऑफीशियल सीक्रेट एक्ट के तहत गिरप्तार किया गया है.

  • मारवाह पर आरोप है कि उन्हें हनीट्रैप के जरिए फंसाया गया और खुफिया जानकारियां निकलवाईं गईं. आरोप है कि अरुण मारवाह ने वायुसेना की खुफिया जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को दीं
  • हनीट्रैप जासूसी का एक तरीका है. खुफिया जानकारी हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. खूबसूरत लड़कियों का इस्तेमाल कर किसी शख्स से राज उगलवाए जाते हैं.

कैसे फसे और क्या है आरोप

मारवाह 51 साल के हैं. सूत्रों की मानें तो कुछ महीने पूर्व ISI एजेंट ने लड़की बनकर अरुण मारवाह से संपर्क साधा था, जिसके बाद दोनों में फोन पर लगातार चैटिंग होने लगी.
दोनों एक दूसरे को अश्लील मैसेज भेजते थे और लड़की के रूप में पूरी तरह अपने जाल में फंसाने के बाद ISI एजेंट ने उनसे कई गोपनीय दस्तावेज की डिमांड की गई.

अरुण मारवाह का कहना है कि मैंने कुछ गोपनीय दस्तावेज़ मेसेंजर पर ही किरण रंधावा को भेजे. एक दूसरी आईडी से भी संपर्क में था, उस पर महिमा लिखा हुआ है, इसे भी दस्तावेज़ भेजे. अभी तक पूछताछ में बताया है कि न तो लड़की से मिला हूं न ही कुछ पैसा लिया. अरुण मारवाह का बेटा भी एयरफोर्स में है.

  • मारवाह पर आरोप है कि उन्होंने कुछ गोपनीय दस्तावेज उसे मुहैया कराया है. कुछ सप्ताह पहले एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी को जब इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने आंतरिक जांच के आदेश दिये.
  • अरुण मारवाह पर ये भी आरोप है कि उन्होंने एयरफोर्स हेडक्वार्टर में अपना फोन लेकर जाते थे, जो कि अनधिकृत फोन था. बता दें कि एयरफोर्स के अधिकारियों को विशेष फोन दिए जाते हैं.

जांच में मारवाह की जासूसी में संलिप्तता पाये जाने पर एयरफोर्स के वरिष्ठ अधिकारी ने दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक से इस संबंध में शिकायत की. पटनायक ने मामले की गंभीरता को समझते हुए स्पेशल सेल को इसकी जांच सौंपी.

स्पेशल सेल ने गुरुवार सुबह मुकदमा दर्ज कर अरुण मारवाह को गिरफ्तार किया. साथ ही दोपहर बाद पटियाला हाउस कोर्ट स्थित मुख्य महानगर दंडाधिकारी दीपक सहरावत की अदालत में पेश कर उन्हें पांच दिन की रिमांड पर लिया.